Hindi Gay sex story – भाई ने black कर के गांड मारी
आज मैं आपको अपने गांडू बनने के दिनों के बारे में बताता हूँ कहानी बड़ी जरूर है पर पूरी कहानी अगर पढेंगे तो आप मेरी गांड के और मेरी चुदवाने की स्टाइल के दीवाने हो जायेंगे यह उन दिनों की बात है जब मैं नया नया जवान हुआ था और मैंने अभी तक किसी का लंड चखा नहीं था बस लंड लेने के सपने देखते रहता था उन दिनों मैं लड़कियों के कपडे भी पहनने लगा था और सोचने भी लड़कियों के जैसे लगा था मुझे लगता था की काश मेरे पास चूत होती तो मैं खूब चुदवाया करता और एक सेक्सी और चालू लौंडिया होता. तब मैं कहानिया सोचता रहता था की मेरे साथ ऐसा होता तो कितना मज़ा आता मेरी कोई ऐसे गांड मारता तो कैसा लगता याने की कुल मिला कर मैं अपनेसपनो में ही खोया रहता था.
तो किस्सा यूँ शुरू होता है की उन दिनों हमारे घर में चाची और उन के बच्चे ( एक लड़का जो मुझ से २ साल बड़ा है और एक लड़की ) याने की मेरे कजिन भाई बहन आये हुए थे | एक दिन मेरे घर के सभी लोग मेरे कजिन भी सब एक रिश्तेदार के यहाँ घूमने गए हुए थे मैंने पेट में दर्द का बहाना बनाया और अकेला घर पर रुक गया क्यूं की मुझे तो अकेले में मस्ती करना था तो जब सब चले गए मैंने अपने लड़कियों वाले कपडे निकले और नंगे होके सबसे पहले अपने चिकने .बदन को निहारा थोड़ी देर अपने बूब्स को दबाया ताकि वोह थोड़े और बड़े हो जाये फिर मैंने ब्रा पैंटी पहन के शीशे में अपने आप को देखा तो खुद से ही कह पड़ा की वाह क्या माल लग रहे हो लौंडे. मेरे पास एक मिनी स्कर्ट है मैंने वो निकल के पहन ली और फिर एक टाईट सा टॉप निकल के पहना ताकि मेरे छोटे छोटे बूब्स उस में अच्छे से दिखाई दें फिर मैं शीशे के सामने अपना मेकअप करने लगा लिपस्टिक लगायी मस्कारा लगाया थोडा फौंडेशन लगाया ताकि जो थोड़े बहुत बाल है वो छुप जाये फिर मैंने देखा हाँ की अब सब ठीक है तो मैंने सोचा की चलो याहू चाट पर लौंडो को चुतीया बनाया जाये उन से जरा चुदाई की बातें की जाये.
मैंने अपना हथियार ( डिल्डो ) निकाल थोड़ी सी क्रीम निकाल के उस पर लगा ली ताकि आसानी से चला जाये और कंप्यूटर पर बैठ गया. मैं अकेला था तो कोई टेंशन नहीं थी आराम से याहू पर चाट करने लगा मैं लौंडो से बात करने में मस्त था और यह भी नहीं देखा की मैंने ठीक से मैं डोर बंद नहीं किया है और खुद के रूम का भी डोर ओपन ही छोड़ दिया है. अब इसे मेरा दिन ख़राब कहे की अच्छा की मेरे कजिन भाई को वहाँ मज़ा नहीं आ रहा था तो वापस आ गया था घर और डोर ओपन था तो वोह सीधे अन्दर चला आया. मैं तो अपने में मस्त था वेब .केम पर बैठा लौंडो को मजे दे रहा था. कभी उन्हें अपने बूब्स दबा के दिखा रहा था कभी उन्हें अपने टॉप को थोडा उठा के ब्रा दिखा रहा था .
अचानक मेरी नज़र दरवाजे की तरफ गयी तो देखा की रवि ( मेरा कजिन) मेरी तरफ देख रहा था और अपना लंड रगड़ रहा था अपने हांथो से. मैं उसे देख के एकदम से घबरा गया और सीधे बाथरूम में भाग गया मैंने सोचा की अब सब घर वालो की मालूम चल जायेगा और मेरी अब खैर नहीं. पर यहाँ तो कुछ और ही होने वाला था रवि ने धीरे से बाथरूम का डोर खटखटाया और कहा की सीधे बाहर आ जाओ वरना मैं सब को बता दूंगा की तू घर में क्या करता रहता है अकेले में ………मैं अन्दर बाथरूम में लगभग रोने ही लगा था उसने फिर कहा की बाहर आ रहा है की नहीं तू ………..मरता क्या न करता मैंने धीरे से दरवाजा खोला और बाहर आ गया मैं नीचे मुह करे खड़ा था रवि के सामने जैसे एक लौंडिया अपने आशिक के सामने पहली बार नंगी हुयी हो उस ने मेरी तरफ देखा और बोला की संजू यार तू तो बड़ा सेक्सी लग रहा है इन कपड़ो में तेरा नाम तो संजू नहीं संजना होना चाहिए ( तब तक मैंने किसी का लंड लिया नहीं था ना ही कुछ ऐसा किया था की मैं खुल के रवि के सामने कुछ कह पता ) फिर मैंने उसे देखा और कहा की भाई किसी को कहना नहीं प्लीज वरना मेरा हाल बुरा हो जायेगा तो रवि ने कहा की मैं किसी से नहीं कहूँगा अगर तो मुझे खुश कर दे तो…………………मैंने पूछा .. मतलब ??
वह मुझे खीच कर बेड़ के पास ले आया और बोला की तू एक मस्त लौंडिया लग रहा है और एक लौंडिया किसी जवान लौंडे को कैसे खुश करती है तुझे तो पता ही होगा
मैं समझ गया की रवि मुझे ब्लेकमेल कर के मेरी गांड मरना चाहता है……. तो एक तरफ मन में लड्डू भी फूटने लगे और थोडा डर सा भी लगने लगा की पहली बार है कही को गड़बड़ हो गई तो?
मैंने कुछ कहा नहीं मैं सोचता रहा की बेटे जिस के सपने तू देखता रहता है वही हो रहा है चुपचाप जो हो रहा है होने दे फिर देखेंगे जो होगा उस ने मेरे टॉप में हाँथ दाल दिया बोला वह संजू तुने तो ब्रा भी पहन रखी है. यह कहते हुए उसने मेरे टॉप के अन्दर से ही मेरे बूब्स दबा दिया ( मैं अपने कच्चे नीबू को बूब्स कहना ही पसंद करता हूँ) मेरे मुह से सिसकारी निकल गई गांड में हलचल सी मचने लगी.उस ने मेरे टॉप को ऊपर उठाया और उतार के जमीन पर फेक दिया मैंने कहा रवि क्या कर रहा है प्लीज ऐसा मत कर तो उस ने मेरे हिप्स पर एक चांटा मारा और बोला साले तू है इतना मस्त की मैं ऐसा क्यूं न करू? ऐसा कहते हुए उस ने मेरे ब्रा के हुक भी निकाल दिए तो और ब्रा खीच कर जमीन पर फेक दी फिर उस ने मुझे बेड़ पर धक्का दे दिया और मेरे पेट पर बैठ गया और मेरे बूब्स को दबाने लगा उस ने कहा की जानेमन तुने अपने बूब्स इतने बड़े कैसे किये किसी लौंडे के तो इतने बड़े होते नहीं है वोह भी तेरे जैसे स्लिम लड़के के ? फिर उस ने मेरे निप्पल पर चुटकी भरी और उन्हें दबाने लगा मुझे हल्का दर्द तो हुआ पर मज़ा भी आया मैंने कहा की कभी कभी ब्रेस्ट क्रीम लगा लेता हूँ. तभी तेरे ऐसे हो गए हैं कमाल का माल लग रहा है तू लड़की की तरह सज के कहते हुए उस ने मेरे निप्पल को अपने मुझ में भर लिया और उन्हें हलके हलके अपने दांतों से काटने लगा और चूसने लगा मुझे भी मज़ा आने लगा था और गांड की हलचल जोर मरने लगी थी
लगने लगा था की अब बस यह मुझे चोद दे लेकिन उसे तो कुछ और करना था अभी. तो वोह बेड़ पर खड़ा हुआ और अपनी पेंट उतार के मेरे बूब्स पर बैठ गया और बोला की चल जानेमन अब मेरे लौड़े को भी जरा गरम कर दे मैंने कहा रवि किस गन्दी भाषा में मुझ से बात कर रहा है तो वोह बोला की साली मैं ऐसा ही हूँ मुझे गली दे के चांटे मार के और नोच खसोट के चुदाई करने में मज़ा आता है. आज से तू मेरी हुक्म की गुलाम है जो कहू करती रह वरना सब को बता दूंगा की साली तू है क्या चीज़. सच कहू तो उस के ऐसे गली दे के चांटे मार के सेक्स करने में मुझे भी मज़ा आ रहा था. उस ने मेरे गाल पर चांटा मारा और बोला की चल मुह खोल पूरा अन्दर ले मेरे लौड़े को और मेरे गर्दन के बगल में अपने घुटने रख के उस ने अपने लंड को मेरे होठो पर लगा दिया ( उस का लंड ज्यादा मोटा नहीं था और साइज़ भी ४-५ इंच का था ) मैंने पहले कभी लंड नहीं चखा था मैं तो पगला रहा था की जल्दी से लंड को अपने मुह में ले के लोलीपोप के तरस से चूस लूं तो मैंने भी गप्प से उस के लंड को अपने मुह में लिया और आगे पीछे करने लगा तो उस ने भी सिसकारी बरना शुरू कर दिया और गालिया देने लगा की शाबास साली छिनाल चूस अच्छे से चूस पूरा मुह में ले लौड़े को और अपने हाँथ को पीछे कर के मेरे बूब्स दबाने लगा जोर से . दूसरे हाँथ से उस ने मेरे सर पकड़ा और अपने लंड पर पूरा दबा दिया ताकि उस का लंड पूरा मुह में चला जाये उस का लंड छोटा था तो वह सट से अन्दर चला गया मैं भी मस्ती में आ के उस के लंड को पूरा लेने लगा उस का लंड हल्का हल्का पानी छोड़ने लगा था तो उस का नमकीन स्वाद मुझे बड़ा मजेदार लग रहा था फिर उस ने झटके से लंड बहार निकाल और मेरे मुह पर आ के बैठा और बोला की चल अब मेरे गांड चाट के साफ़ कर मैं मरता क्या ना करता उस की गांड को चटाने लगा मुझे भी मज़ा आने लगा था तो मैंने उस की गांड चाटी फिर उस के बाल्स को मुह में लेके चाटने लगा …………………..
थोड़ी देर बाद वह उठा और फिर उस ने मेरी स्कर्ट और पैंटी एक साथ खीच के उतार दी और बोला साली चल हो जा उलटी बन जा कुतिया आज तुझे जन्नत की सैर करता हूँ ….. उसने पूछा की पहले कभी चुदवाया है मैंने कहा नहीं रवि पहले कभी नहीं किया मैंने कुछ तो वोह बोला वाह आज तो नयी नवेली गांड मिल रही है मारने को फिर उस ने मुझे पलट दिया और मेरे चूतडो पर चांटे मरने लगा बोला की मुझे लाल लाल चुतड पसंद है फिर उस ने मुझ से कहा की चल अब बन जा कुतिया तेरी गांड की गर्मी निकाल दूं मैंने कहा रवि कंडोम नहीं है यार तो वोह बोला साले तू क्या गांड से बच्चे देने वाला है क्या?
और एक चांटा और जड़ दिया मेरे चूतडो पर. मैंने कहा की थोड़ी क्रीम तो लगा लो पहली बार है गांड फट जाएगी तो बोला साली गांड फाड़ने के लिए ही तो चोद रहा हूँ तुझे अब देर मत कर वरना……………………. मैं धीरे से अपने घुटनों और कोहनी की बल बेड़ पर पोज बना के तैयार हो गया तो उस ने अपना लैंड निकाल के मेरी गांड पर रख दिया और अन्दर डालने लगा तो लंड अन्दर नहीं गया बल्कि नीचे की और सटक गया तो उस ने मेरी गांड के छेड़ को फाड़ा और थोडा सा थूक लगा दिया और फिर अपना लौड़ा अन्दर डालने लगा जैसे ही टोपा अन्दर गया तो ऐसा लगा जैसे किसी ने गांड में चक्कू ड़ाल दिया हो मैं दर्द से नीचे बैठ गया तो उस का लंड बाहर आ गया रवि ने कहा की साली क्या छिनाल जैसे कर रही है और जम के दो तीन चांटे मेरे चूतडो पर मार दिए वैसे ही दर्द से गांड फट रही थी और चूतडो को और गरम कर दिया उसने मैंने कहा रवि आराम से कर यार पहली बार है तो उस ने कहा ठीक है आराम से करूंगा मैं फिर से रेडी हुआ तो उस ने खूब सारा थूक अपने लौड़े पर लगाया और फिर डाला तो अबकी बार इतना दर्द नहीं हुआ फिर उस ने धीरे से लौड़े को अन्दर बाहर करना शुरू किया तो मुझे भी हल्का हल्का दर्द था पर मज़ा भी आने लगा था मैं अब उस का साथ देने लगा था और बोलता जा रहा था हाँ भाई अब मज़ा आ रहा है ऐसे ही करते रहो तो उस ने धक्के थोड़े तेज़ कर दिए वोह धक्के मारता जा रहा था और मेरे चूतडो पर चांटे भी मरता जा रहा था और गन्दी गन्दी गालिया देने लगा. मुझे भी मज़ा आ रहा था उस के ऐसे चुदाई करने में थोड़ी देर में उस ने मेरी गांड पर चोट मरना तेज़ कर दिया और सिसकारी भरने लगा मुझे समझ में आ गया था की अब ये झड़ने वाला है तो मैं भी कहने लगा हाँ भाई और तेज़ और तेज़ चोदो मुझे मज़ा आ रहा है फाड़ तो गांड मेरी आज भाई अचानक उस ने अपना लंड बाहर निकल लिया और मुझे वापस पलटा दिया और मेरे बूब्स पर मुट्ठी लगाने लगा और फिर उस ने सारा माल मेरे बूब्स पर झाड दिया मैंने कहा की भाई ये क्या किया तो बोला साली मैंने तेरे मुह में नहीं निकल यही बहुत है वरना तेरे जैसी छिनाल के तो मुह में करना चाहिए था फिर उस ने कहा की चल अब तू अपने लंड का सरका लगा और खाली हो जा तो मैंने भी अपने लंड की मुट्ठी लगाना शुरू कर दिया और फिर थोड़ी देर में झड गया………………………
यह कहानी नहीं सच्ची घटना है