Hindi Gay sex story – दा रॅगिंग
Hindi Gay sex story – दा रॅगिंग
पाठकों हाय, मेरे पिछले स्टोरीस के अपनी टिप्पणी के लिए धन्यवाद.में मनु के रूप में कहानी बताने जा रहा हू.
मैं (मनु) 19 साल सफेद स्लिम और अब 12 वीं कक्ष पास कालीकट में एक इंजीनियरिंग कॉलेज में बी.टेक के लिए प्रवेश लिया था.
उद्घाटन के अवसर पर कॉलेज पहुंचे और मेरा माता पिता ने छात्रावास में रहने के लिए फार्म भरके वापस चला गया.
मेरे कमरे में तीन बिस्तर थे और सब साथी भी नेये थे.खम्रे में लिखा था के यहा रॅगिंग माना है और यह देख कर में खुश हो गया. कॉलेज में मोबाइल फोन माना था पर सभी लाते है और छुपा कर रक्ता है.
एकदिन क्लास के बाद में होस्टेल गेया और देखा के में अपना मोबाइल क्लास में छोड़ कर चला आया. अपना मोबाइल अगर किसिको मिल गेया तो प्राब्लम हो जाएगा और यह सोच कर कुछ देर बाद अपनी क्लास में वापस आ गेया.
जब में क्लास में गेया तो देखा वाहा तीन सीनियर स्टूडेंट्स मेरे क्लास में खरा था. उन्मेसे एक के हाथ में मेरा मोबाइल फोन था. उन्मेसे एक ने पूछा “केया तुम फ्रेशर हो”.
मेने कहा “हा”
उसने बोला ” इस वक़्त क्यूँ आए हो क्लास में”.
मेने कहा “में अपना मोबाइल फोन छोर गया था, इसलिए”.
उसने बोला “तुम को मालूम नही हे यहा मोबाइल फोन माना है, में सिकाएद करने जा रहा हू”.
में घबरा गेया और उनको कहा “प्लीज़ सिकाएद मत करो”.
वो बोला “ठीक है लेकिन मेरा कहा मानना होगा तुम को”.
मेने कहा “यहा रॅगिंग माना है फिर भी”.
वो बोला “ठीक है अगर तुम नियमो की बात करते हो तो में यह मोबाइल प्रिन्सिपल को दे आता हूँ और इसके लिए तुम्हे एक कला धब्बा मिलेगा तुम्हारे नेई करियर के शुरुआत में. अगर यह तुम्हे ठीक लगे तो कोही बात नही, में जाता हूँ फिर”
यह सब सुन कर में ने कहा “ठीक हैं अप लोग जो बोलॉगे में वोही करूँगा”
सिर्फ़ चार लड़के ही थे और कोई लड़की नही था इस लिए में रिलॅक्स्ड था.
उनमें से एक मेरा नाम पूछा और मेने कहा “मनु”.उन लोगोने फिर अपना नाम बताया “राज”,”भिकी” और “राहुल”.
तो उसने कहा हम लोग तुमसे बड़े हैं तो हर जवाब के बाद “सर” बोलना.
उनलोगो ने बहोत सवाल किए और में जवाब देता गया.
फिर एक ने पूछा “गर्ल फ्रेंड है कोई. किसी के साथ यौन संबंध किया की नही?”.
मेने बोला “नही सर”.
राज ने अपना मोबाइल में एक गाना चालू किया और मुझे नाचने बोला. मुझे नाचना नही आता था फिर भी एक दो स्टेप्स किए. फिर वो बोला तोड़ा “स्ट्रीप डॅन्स” हो जाए. में घबरा गेया और में नाचते हुए अपना कपड़ा खोल ने लगा. में अब सिर्फ़ अपने अंडरवेर पहेना हुआ था.
भिकी मेरे पीछे आए और मेरे उंदरपांत को पनटी बना दिया ताकि मेरे गांद दिखाई दे और सब हासणे लगा.
अपने पंत शर्ट उतरते हुए तीनो लड़के मेरे पास आए मेरे सेम तीन नंगे लड़के खरे हो गये.
में घबरा गेया और में समाज नही पाया वो लोग क्या करना चाहता हे.
राहुल ने बोला चुप छाप खड़े क्यूँ हो तूमे हम लोगो का लंड दिखाई नही देता क्या. साले अपने मूह मे ले और चूस.
में अचमवित रहे गेया और कहा “नही, में ऐसा नही कर सकता. आप सिकाएद कीजिए मेरा कोई बात नही”.
अचानक राज ने मेरी लंड पकड़ कर मचोर दी और बोला “साले,जैसा कहेता हूँ वैसे कर वरना तेरा पूरा साल बर्बाद कर दूँगा”.
में उनके लंड के सामने बैठ गेया और एक लंड अपने मूह के अंदर डल दिया.
पहेला बार किसिका लंड मेरा मूह के अंदर था और मुझे उल्टी आ रहा था और में लंड को निकल ने की कोशिश कर रहा था.
यह देख कर राज बोला “मेरा लंड पसंद नही आ रहा हे साला रुकजा कुछ देर में तुझे पसंद आ जाएगा” और यह बोल कर मेरा सिर पकड़ कर और भी घुसेर दी अपना लंड मेरा मूह के अंदर.
राज मेरा मूह चोद ने लगा अपनी लंड से और में छू छाप दर्द सहेता गेया और वो और ज़ोर से चोद ने लगा.
दस मिनिट ताक चोद ने के बाद मेरा मूह के अंदर अपना पूरा माल खलाश कर दिया.
क्यूँ की राहुल मेरा सिर को पकड़ रखा था मेरा कॉसिश के बावाजूद में कुछ नही कर सका और पूरा माल निगल ली.
फिर राहुल ने अपना लंड मेरा मूह के अंदर दल दी और राज मेरा सिर पकड़ रखा था ताकि में कुछ ना कर साकु. १०-१५ मिनिट चोद ने के बाद वो अपना पूरा माल मेरा मूह के अंदर डाल दिया और में उसको भी निगल लिया. बाकी था भिकी. उसका लंड बोहत बड़ा और मोटा था.
भिकी अपना मोटा लंड मेरे मूह के अंदर घुसेर दी और चोदने लगा. वो उन दोनो से जायदा ज़ोर से चोद रहा था लेकिन वो मेरा मूह के अंदर अपना माल नही डाला.
उन्होने मुझे खड़ा किया और बोला अंडरवेर खोलने के लिए.
मे अचमवित हो कर पूछा “किस लिए”.
और इतने मे राहुल पीछेसे आ कर मेरा अंडरवेर को खोल दिया और मुझे कुत्ता की तरह नीचे बैठा दिअ.रज और राहुल नूं को पकड़ कर रखा और भिकी मेरा पीछे आकर मेरा गार मे अपना मोटा लंड घुसेर ने की कोशिश की. मुझे समाज मे आ गेया वो क्या करने जा रहा था.
“कृपया ऐसा मत करो नहीं ” मे निवेदन करने लगा.
इतने मे भिकी मेरा गार मे अपना थूक डाल कर अपना मोटा लंड मेरा गार मे घुसेर ने की कोशिश जारी रखा और अंत मे अपनी लंड की मोटा हिस्सा अंदर दल दी और मे दर्द के मारे चीखने लगा. यह देख कर राज मेरा सामने आ कर जबरदासी अपना लंड मेरा मूह के अंदर दल दिया ताकि मे चीखना साकु. मेने सोचा की लंड को अपनी दतो से काट दू पर दर के मारे कुछ कर ना सका.
भिकी आहिस्ता आहिस्ता अपना मोटा लंड मेरा गार के अंदर घुसेर ने लगा और उसका पूरा लंड मेरा अंदर था. कुछ देर रुकने के बाद वो मेरा गार आहिस्ता आहिस्ता चोद ने लगा.
१५ मिनिट चोद ने के बाद उसका सांस फूलने लगा और उसका गरम खून मेरा गार के अंदर डालने लगा. कुछ देर बाद अपना लंड निकल लिया और मेने देखा की उसकी लंड असली खूनसे लटपट.
इतने मे राज का लंड मेरा मूह के अंदर मोटा हो गया था. मूह से लंड निकल कर राज ने होमको टेबल के उपर सोने के लिए कहा और मे अपनी गार उपर कर के सो गेया. मेरा गार जल रहा था लेकिन कुछ करने का नही था क्यूँ की मुझे मालूम था की जब तक तीनो मेरा गार नही मार लेता तब तक छुट्टी नही मिलेगी.
राज अपना लंड मेरा गार के मूह पर रख कर ज़ोर से एक धक्का दिया और उसका लंड आराम से घुस गिया मेरा अंदर क्यूँ की भिकी का माल मेरे गर के अंदर था और ऐसे भी भिकी का लंड मेरा गर की चीड़ को बरा कर दिया था चोदते चोदते.लग्भग १० मिनिट तक चोदने के बाद वो भी अपना पूरा माल मेरा गार के अंदर खलाश कर दिया.
बाकी रहे गिया था राहुल.
वो आ कर हुमको उलट दिया ताकि मेरा पेट के बदले पीठ का उपर लेट जायू और वो मेरा दोनो टाँगे उपर कर के अपना लंड मेरा गर के अंदर दल दिया. दोनो से चुदाई के बाद मेरा गर डीला हो चुका था तो मुझे दर्द भी नही हो रहा था.
सच्ची बात बोलू मुझे ना जाने क्यूँ थोड़ा मज़ा भी आ रहा था.
लेकिन राहुल ज़्यादा देर छोड़ नही पाया और अपना गरम माल दल दी मेरा गर के चीड़ के अंदर.
मे तक कर सो गेया था कुछ देर के लिए.
आँख खुली तो आँखो के सामने एक भीड़िओ दिखाई दी जिसमे वो तीनो मुझे चोद एक एक करके चोद रहा था लेकिन उनसबकी मूह दिखाई नही दिया पूरी भीड़िओ मे सिबाई मेरा. मे समझ गेया अब यह लोग मुझे ब्लॅकमेल केरेंगे यह भीवेव दिखा कर और यही हुआ.
वो लोग बोले “आज से तुम हमारी गुलाम हो, जब जो काहु उसे मान कर चलना होगे तुम्हे वरना केया होगा तुमको मालूम है.यह भीड़िओ हुमारे भीतर सुरक्षित हे अगर हमारे आदेशों का पालन करने हो”
यह बोल कर वो लोग अपने अपने कपड़े पहन कर चला गेया.