Hindi Gay sex story – अम्मी ने गांड मरवा दी मेरी

अम्मी ने गांड मरवा दी मेरी

मेरा नाम हबीब है में मुंबई में रहता हूँ में १८ साल का हूँ ,घर में मेरी अम्मी (४६) और आपा (२२) के साथ रहता हूँ ,मेरे अब्बाजान दुबई में नोकरी करते है , में बचपन से ही सेक्स की जानकारी नहीं के बराबर रखता हु, और जब में 16 साल का था तो अब्बू ने मेरे को पि सि लाकर दिया था, or ghar par broadband ka कनेक्सन भी करवा दिया था,
अब्बू हर तीन महीने से घर आते रहते है ,
आपा (जिसका नाम रजिया है ) कॉलेज छोड़ चुकी है ,
और बच्चो को ट्यूशन पढ़ाती है,

अम्मी (जिसका नाम नजमा है ) थोड़ी मोटी है लेकिन पेट बाहर नहीं आने दिया है , एक साल पहले मेरे अब्बू आये तो उन्होंने एक टूटर को मेरे लिए लगा दिया ,
वो टूटर बहुत ही smart था ,
वो ४० साल का था और कंवारा था ,

एक दिन अम्मी और आपा दोनों ही किसी काम से बाहर गयी थी , और टूटर जिसका नाम राज है वो आ गया और मुझसे अम्मी के बारे में पूछा.
मैंने जब बताया की वो और आपा कल ही आएगी तो वो खुश हो गए , और बोले “तुम्हारे pc पर में काम कर सकता हूँ क्या ”
मैंने कहा “क्यों नहीं सर”
और सर ने नेट पर एक साईट चला दी, और एक साईट tube8 चला दी जिसमे बहुत ही सेक्सी वीडिओ थे ,
राज सर ने उसमे एक वीडिओ दिखाया जो गे वीडिओ था उसमे एक लड़का एक आदमी का लुंड चूस रहा है और बाद में गांड भी मरवाता है’
में पहली बार ये सब देख रहा था , मुझे बहुत ही अजीब लग रहा था , और अच्छा भी लग रहा था.

फिर सर ने धीरे धीरे मेरा लंड सहलाना शुरू कर दिया ,
अब सर ने मेरी चुम्मी ले ली और कहा “कैसा लग रहा है ?”
मैं तो पागल ही हो गया था .
बहुत ही मजा आ रहा था क्योंकि पहले कभी मैंने ये सब नहीं किया था.
सर ने मेरा लंड पजामे से बाहर निकल लिया और बोले “हबीब तेरा तो लंड बहुत ही छोटा है ,तू इसकी मालिश नहीं करता है क्या ,”

मैंने कहा “नहीं सर”
सर ने कहा “अगर तू मालिश नहीं करेगा तो तेरा लंड छोटा रहा जायेगा और तू कभी अपनी बेगम को चोद नहीं पायेगा ,
क्या तुमने कोई लड़की को चोदा है कभी ”
मैंने कहा “नहीं सर ,”
सर ने कहा ” अभी तक कोई लड़की को नहीं चोदा तुम 18 साल के हो चुके हो , जब की मुसलमानों में तो 18 साल के लड़के 2-3 बच्चो के बाप बन जाते है ,
और तुम अभी तक लंड हिलाना भी नहीं सीखे हो .”
मुझे अजीब सा लग रहा था पर मज़ा भी बहुत आ रहा था ,सर मेरा लंड हिला रहे थे और मेरी पप्पिया भी ले रहे थे , तभी कालबेल बजी मेरा खड़ा लंड एक ही झटके में बेठ गया .

बाहर मेरा दोस्त जुनेद आया था .वो भी राज सर से ही ट्यूशन पढता था उसे देख कर राज सर बहुत ही खुश हो गए और उसको गले से लगा लिया ,
सर ने जुनेद से पूछा “जुनेद तुम्हारी अम्मी कैसी है ?”
जुनेद बोला “ठीक है सर आपको बहुत ही याद करती है ,मुझे भी आपकी बहुत याद आती है.आप ने तो घर आना ही छोड़ दिया है .”
राज बोले “जुनेद क्या करू तेरे बाप ने तो मेरी इज्जत ही ख़राब कर दी थी .”
जुनेद ने कहा ” अब कोई डर नहीं है अब्बू कुवैत गए है और महीने से आयेंगे आप आराम से घर आओ अम्मी आपको बहुत ही याद करती है .”
यह सुनकर राज सर बहुत ही खुश हो गए और उन्होंने जुनेद को
अपनी गोद में बिठा लिया और उसकी पप्पी करने लगे . मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा था .
तभी सर ने पूछा “हबीब तेरी अम्मी कब आएगी ?”
मैंने कहा “वो तो कल ही आएगी.”
सर बोले “आओ फिर आज में तुम्हे जन्नत की सैर कराता हूँ.”
अब सर ने जुनेद की पेंट उतर दी और मुझे भी अपना पजामा उतारने को कहा सर भी अपनी पतलून उतारने लगे ,
में थोडा डर रहा था तभी जुनेद बोला “हबीब मेरे यार डर मत सर बहुत ही मज़ा देते है ”
और जुनेद मेरे पजामे को उतार कर मेरे लंड को हिलाने लगा और अचानक ही उसने मेरे लंड को अपने
मुंह में ले लिया में तो जैसे हवा में उड़ने लगा ,आज जिन्दगी में पहली बार इतना मज़ा आ रहा था .जुनेद मेरा लंड चूस रहा था सर ने अपना लंड खड़ा किया .सर का लंड बहुत ही गोरा
और लम्बा था करीब १० इंच का और २ इंच मोटा भी था .अब सर जुनेद के पीछे चले गए और जुनेद की गांड पर अपना थूक लगाने लगे .

मुझे लगा की अब तो जुनेद की गांड फट ही जाएगी लेकिन जुनेद तो पूरा का पूरा लंड अपनी गांड में झेल गया ,और मेरा लंड जोर जोर से चूसने लगा थोड़ी देर बाद मुझे ऐसा  लगा की मैं उड़ रहा हु .अचानक ही मुझे पेशाब के जैसा लगा ,और मेरे लंड से सफ़ेद सा कुछ निकलने लगा और वो सब जुनेद निगल गया . थोड़ी देर बाद सर भी जुनेद की गांड में ही झड गए . जुनेद ने सर का लंड भी चाट चाट कर साफ़ कर दिया ,
जुनेद ने अपना लंड जो मेरे से भी छोटा था उसको हिलाने लगा और वो भी झड गया ये मेरी जिन्दगी का पहला तजुर्बा था .

फिर सर चले गए. घर पर में और जुनेद ही रह गए .जुनेद मेरा दूर का रिश्तेदार भी लगता था .
रात को हम एक ही बिस्तर पर सो गए और बातें करने लगे. मैंने जुनेद से पूछा “ये सब कब से चल रहा है ?”

जुनेद ने बताया :
” बात एक साल पहले की है .मैंने राज सर से ट्यूशन चालू की थी राज सर दोपहर में उसको पढ़ने आते थे ,तब घर में मैं और मम्मी  ही होते थे .कभी कभी जब सर आते तो मुझे अम्मी कोई काम से बाहर भेज देती थी ,
ऐसे ही एक दिन जब मुझे अम्मी ने किसी काम से बाहर भेजा तो थोड़ी देर बाद मुझे याद आया की मैं पैसे तो लाया ही नहीं .
जब मैं वापस घर आया तो घर का मेन गेट बंद था .पीछे के रस्ते से घर में आया तो मैंने देखा की राज सर मेरी अम्मी के साथ एकदम नंगे बिस्टर पर लेटे हुए है . मैं सब समझ गया . तभी राज सर ने उसको देख लिया .राज सर ने मुझे इशारे से चुप रहने को कहा और जब चुदाई पूरी हो गयी तो राज सर अम्मी के मुंह में झड गए.अब मैं वापस मेन गेट से घर के अंदर आया .राज सर ने मुझे 200 रूपये दिए और कहा “किसी को पता चला तो तुम्हारे घर की बहुत ही बदनामी होगी .”


अब मैं भी अपनी अम्मी से खुलने लगा. एक दिन मुझे पैसो की जरुरत पड़ी तो मैंने अपनी अम्मी को कहा.अम्मी ने मना कर दिया तो मैंने ने अम्मी को धमकी दी मैं अब्बू को सर के बारे में बता दूंगा.अम्मी एकदम से सकपका गयी और उससे माफ़ी मांगने लगी.
अम्मी ने मुझे समझाया की मैं ये सब किसी से नहीं कहूं.मुझे पैसे भी दिए .
और उस रात को सर ने अम्मी को चार बार चोदा और मुझे भी लंड हिलाना सिखा दिया.

इसी तरह पिछले महीने मेरे चाचा जान जो गाँव में रहते है की तबियत अचानक बिगड़ गयी और अब्बू और अम्मी दस दिन के लिए गाँव चले गए .
दुसरे दिन सर मुझे पढ़ाने आये और बोले “आज तो मेरा लंड खड़ा हो गया है . अम्मी कहाँ है ?”
मैंने उनको बताया .
तो वो बोले ” जुनेद आज तुम गांड मरवा लो ना प्लीज ”
और सर ने मेरा लंड पकड़ लिया और हिलाने लगा में डर गया की अब तो मेरी गांड फट जाएगी ,
सर ने कहा “डरो मत”
फिर सर ने मुझे नंगा कर दिया और मुझे चूमने लगे .सर ने मेरा लंड भी चूसा. सर ने अपनी एक अंगूली मेरी गांड में धीरे धीरे डाली और आगे पीछे करने लगे .पहले दर्द का अहसास हुआ लेकिन थोड़ी देर में मज़ा आने लगा. फिर सर ने मेरी गांड के छेड़ को चाटना चालू किया .हबीब मेरे भाई क्या बताऊ कितना मज़ा आया! सर ने अपनी जीभ मेरी गांड में डाल दी और उसे आगे पीछे करने लगे . सर बोले “जुनेद थोडा सा दर्द जरुर होगा लेकिन मज़ा बहुत ही आएगा .तुमने अपनी अम्मी को देखा होगा की कैसे अपनी चूत से ज्यादा अपनी गांड मरवाती है मुझसे ”
सर की बातों से मेरी हिम्मत बन गयी . सर अपना दस इंच का लंड मेरी गांड में धीरे-धीरे डालने लगे और एक झटके में पूरा लंड मेरी गांड में डाल दिया मुझे ऐसा लगा की में मर जाऊंगा लेकिन दो ही मिनिट में मेरी गांड में सर का लंड एडजस्ट हो गया अब सर अपना लंड आगे पीछे करने लगे और आधे घंटे तक मेरी गांड मारी फिर अपना पानी मेरे मुहँ में निकला और जाते समय मुझे पांच सौ रूपये भी दिए .

तीन दिन बाद राज सर ने कहा “आज कहीं बाहर चलते है ”
मैं उनकी बाइक पर चल दिया .
शहर से बाहर एक फार्म हाउस था.वहा पर सर का एक दोस्त और आ गया जिसके साथ एक चालीस साल की औरत थी. फिर हम फार्म हॉउस के अंदर गए .वो फार्म हॉउस सर के दोस्त का था .उस दोस्त को  लडको की गांड का बहुत ही शोक था.उसने मेरी गांड मारी . जाते समय लाला ने मुझे दो हजार रूपये दिए .
हबीब अब इस बात को दो महीने बीत गए है . गांड मराने का मज़ा कैसा होता है तुम भी जान लो “

जुनेद मेरा लंड मुथ्ठियाने लगा और मेरा पजामा खोल लंड चूसने लगा . जुनेद ने कहा मेरी गांड मारो हबीब.
उस रात मैंने दो बार जुनेद की गांड मारी .

 

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