होस्टेल मैं गाण्ड मरवाए
मैं उस वक़्त 17 का रहा होऊँगा जब मैं गाओं से इंटर की पढ़ाई करने शहर के स्कूल में आया था, गाओं में 10 के पढ़ाई नही होती थी सो मुहे शहेर आन पड़ा उर शहर कोई अपना भी नहीं था.सो,मुझे होस्टेल में रहना था सो प्रिन्सिपल से मिला..पता चला क्लास 7 दिन बाद चलेगा..मैं गाओं वापस जाना नहीं चाहता था,..होस्टेल में बहूत से रूम थे पर कोई भी स्टूडेंट वहाँ नहीं आया था..मैं ही जल्दी आ गया था..! तो मुझे वॉर्डन से मिलने को कहा गया..और कहा गया वही मेरा अड्जस्टमेंट कर सकता था. मैं जब उससे मिला तो वो बहुत ही पहलवान टाइप का था..देखते ही दर्र लगा..मैं उसके आयेज एक बच्चा सा दिख रहा था.वो लगभग ४० साल का था. पर लग रहा था के ३५ का है. वॉर्डन मुझे अपने रूम मे ले गया..और कहा जब तक क्लास नहीं चलते मैं उसके साथ रह सकता हूँ..मैं भी अकेले नहीं रहना चाहता था सो मान गया. पूरा दिन उसने मुझे स्कूल दिखया..और आस पास घुमाया. शाम को होस्टेल वापस आए और डिन्नर खाया..फिर थोड़ी देर बाद उसने मुझे कहा दूध पी लो..यहाँ तुम्हें खूब डयते खाने को मिलेगा.थोड़ी देर त.व देखे फिर मुझे नींद आने लगी..वो मुझे अपने रूम लेके गया जहाँ सिर्फ़ एक ही बेड था जो डबल बेड था.उस ने कहा हम तुम दोनो इस बेड में सो सकते हैं तुम्हें कोई ऑब्जेक्षन तो नहीं..मैने कहा नहीं. गर्मी का महीना था..सो मैं बॉक्सर बिना अंडरवेर के और वेस्ट पहें के लेट गया. वो भी सिर्फ़ ब्रीफ में मेरे बगल आके लेट गया.उसका बदन भी स्ट्रॉंग था,चेस्ट बहुत ही चौड़ा था..और बिल्कुल हेवी मान था. मुझे बहुत ही नींद आ रही थी और मैं ही गहरी नींद में सो गया..!
सुबह उठा तो मुझे अपने बदन में बहुत दर्द हो रहा था ख़ास तौर से चेस्ट..निपल्स के पास और पीछे आस में.मैं नहीं जान पाया क्यूँ..पर मुझे कुछ अजीब सा लगा..!मैने वॉर्डन से पाईं केल्लरर की टॅबलेट ली और दोफर को फिर मुझे नींद आने लगी..मैं वॉर्डन के रूम में जाके सो गया. शाम को उठा तो मैं सिर्फ़ ब्रेइफ में था..मेरे सारे कपड़े उतरे हुए थे. और वॉर्डन भी ब्रेइफ में मेरे बगल में सो रहा था. मेरे बदन में अभी अजीब से दर्द जैसे किसी ने उसको खूब बीते किया हो.और अशोल मैं दर्द हो रहा था जैसे किसी ए उसमें कुछ डाल दिया हो. मुझे अजीब सा अच्छा अक्चा सा भी लग रहा था भले ही दर्द हो रहा था.मैने वॉर्डन को जगाया और पूछा मेरे कपड़े कैसे उतरे तो उसने कहा मियने जब देखा तुम सो रहे थे तो पसीने पसीने थे..लाइट भी नहीं थी..सो मैने तुम्हारे कपड़े ुअतर दिए. फिर कुछ देर बाहर घूमे और डिन्नर करके जूस पिया और फिर में सो गया. अगेले दिन फिर दर्द हो रहा था..पर कुछ अंदर से बहुत अचहचहा भी लग रहा था..जैसे मुहे अत्मसन्तुस्ति मिली हुई हो.एप्र मैने उस दिन वॉर्डन से कुछ नहीं कहा..और दिन भर घूमने के बाद जब रात हुई..तो मैं सोच चुका था..के आज मैं जान के रहूँगा आख़िर रात को मेरे साथ क्या होता है.डिन्नर किया और जब दूध पीने की बरी आई तो मैने उसे फेंक दिया और पीना का बहाना करके वॉर्डन को कन्विन्स कर लिया. मुझे लग गया था के वो दूध .जूस में मुझे स्लीपिंग पिल्स पिलाता था ताकि मैं गहरी नींद में रहूं और उसे कसे कुछ करने का मौका मिले..क्या वो मेरे साथ क्रटा है,यही आज मुझे देखना जानना था. मैं वॉर्डन के रूम में सिर्फ़ बॉक्सर और वेस्ट पहें के लेट गया.
आज मुझे सोने की आक्टिंग करनी तो सो आँख मुंडे लेते हुए था. थोड़ी देर में वॉर्डन आया और रोज की तरह मेरे बगल में लेट गया.हम लोग लिघे बंद करते सोते थे सो कमरे में धूप अंधेर रहता था.उस वक़्त रात के 11 बजे थे..यैयसे मुझे लेते लेते 1.5-2 दो घंटे हो गये और मुझे कुछ नहीं हुआ. मुझे अब नींद आ रही थी और मैं अब सोने ही जा रहा था के अचनाक वॉर्डन ने अपना हाथ मेरे चेस्ट पे रखा उर मेरे तरफ़ करवट ली.एक हाथ उसका मेरे वेस्ट के अंडर गया और मेरे चेस्ट के निपल्स पे आके रुक गया.दिहरे धीरे वो उसे चलेना लगा..निमोतने लगा..और मुझे सनसनाहट सी मेरे बदन में होने लगी.उसने मेरा वेस्ट गले तक उपर किया फिर दोनो हांतो न से मेरे निपल को चलाने लगा.मुझे अब समझ में के मेरे निपल क्यूँ दर्द होते थे पर मुझे अभी बहुत से सवाल के जवाब पाने थे जो मैं यैयसे ही लेता रहा.
मैने अपने आप आप को कंट्रोल में रखे रहा कहीं मैं उसकी जगह उसके गले से लग जौन तो वो जान जाएगा के मैं जाग रहा हूँ. वो उठा और लाइट जलाई..उजाले में मैने देखा के वो पूरा न्यूड था और उसका लंड बहुत ही बड़ा था..एरेक्ट हो गया था.वो मेरे पास आया और मेरे वेस्ट को पूरा उतार दिया और मेरे बॉक्सर को भी उतार दिया..उसने मिजे भी अपनी तरह पूरा नंगा कर दिया था.वो मेरे उपर आया और मेरे निपल्स को सक करने लगा..उसे खूब कटा,चटा और चूसा. मैं भी अजीब सा हुआ जा रहा था.के उसने अपना हतः मेरे लंड तक लाया और मेरे लंड को फोंडल करने लगा.मेरे लंड पहली बार किसी के हाथ मे था और उसके गरम हाथ मेरे लंड को गरम कर रहा था.फिर वो मुझे हर तरफ किस किया..गले में ,गालों में ..होंठों को किस क्या..और धीरे धीरे मेरे चेस्ट से पेट होते हुए मेरे लंड को उसने सक करना श्रु कर दिया..मुझे ये बहुत ही अक्चा लग रहा ताओर मेरे लंड भी खड़ा होने लगा.उसने खूब मेरे लंड को छबया..और तब तक चूसा जबतक मेरे बदन अकड़ने ना लगा.और मैने उसने मौत में ही कम कर दिया. उसके जिस्टरह लंड चोसा जैसे कोई लड़की कोन आइस क्रीम खाती हो.उसने मेरा सारा सीमेन पी लिया..और फिर मुझे मुझे पेट के बाल लिटा दिया..अब मेरे गान उपर थी और लॅंड नीचे.वो मेरे गाण्ड के पास आया और एक हाते मेरे लंड ओ पकड़ के दूसरे हाथ से मेर गाण्ड को में उंगली करने लगा.जब उसके उंगले मेरे गाण्ड में घुसी तो यैसा लगा जैसे कुछ पूछो मत..मैं एक्सप्लेन नहाीन कर सकता.मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था और मॅन हो रा था कहूँ के और करो..यैयसे करो वैसे करो. उसने दो टीन बार यैसा किया फिर दोनो हाथो से मेरे गान को स्क्वीज़ करनी लगा..मुझे मज़ा आने लगा था..फिर मेरे गाण्ड फैलते हुए आस होल को के पास आके मुझे चाटने लगा.मेरे सारे बदन में करेंट से चलने लगी..और उंगली करते हुए उसे खूब लीक किया.फिर वो उठा वो अपना लंड को मेरे गाण्ड के छेड़ के पास ले के आया..तो मुझे बहुत दर्र लगा..फिर उसने कुछ अपने हाथ मे लेके मेरे अशोले मैं लगाया तो लगा वॅसलीन लगा रहा है..उसने उंगली करते हुए गाण्ड के छेड़ में अंडर तक लगाया..फिर अपना लंड का मुँह मेरे गाण्ड के छेड़ से सता दिया.उसका लंड लगभग 5″ मोटा और 9 “लंबा था.उसने तोड़ा सा लंड मेरे अंडर डाला तो मुझे बहुत दर्द हुआ के मेरी सिस करी निकले लगे..पर मैं चुप रहा.और उसने एक ही झटके में अपना सारा लंड मेरे गाण्ड में डाल दिया.मैं लग भाग चीक उठा था पर ऊऊन-उओण करके रह गया.
उसका लंड मेरे गाण्ड के अंडर तशा और फिर धीरे धीरे वो उपर नीचे करने लगा.मुझे बहुत दर्द हो रहा था..और मैने जाना के क्यूँ मुझे दर्द होता था..इसलिए की वो मेरी गाण्ड रोज रात को म्र्टा था जब में गहरी नींद में रहता था. वो अपने लंड उपर नीचे करने लगा ओउर फिर उसने स्पीड बढ़ा ली..औट तेज़ तेज़ धक्के मरने लगा.वो 10-15 मिन्स तक मेरे गान को छोड़ता रहा और मैं बस कुछ नहीं कर परह था..ना हीं बीरोध और ना ही साथ दे पा रहा था.फिर वी झटके ज़ोर से मारा और मुझे लगा मेरे गाण्ड में गरम गरम सीमेन उसका बेहरा हा था.वो मेरे उपर लेट गया और हाँफ रहा था.उस को ज़रूर मेरी वर्जिन आस को मरके बहुत मज़ा आया होगा.पर मुझे तो सेक्स का एक नया एहसाश हो गया था.गे सेक्स का..गाण्ड मरवाने का.फिर हम दोनो यैयसे ही सो गये और सुबह जब मैं उठा तो देखा मेरे कपड़े फिर पहना दिए गये थे. और वो बगल में ही सिर्फ़ ब्रीफ लेता हुआ था. पर आज मुझे कोई दर्द नहीं था बल्कि बहुत खुश था के किसी ने मुझे इतना प्यार किया.मुझे ये बहुत अचहचहा लगा ताओर चाहता था अबकी ये होश में हो यानी की मुझे अबकी सोने का आक्टिंग ना पर्णा पड़े और उसे मुझे स्लीपिंग पिल्स खिलाने का मौका मिले.उस दिन मैं बहुत ही खुशा था और दिन भर उसके साथ ही रहा.उस दिन मैं उसके रूम से कहीं बाहर नहीं गया और सिर्फ़ बॉक्सर पहंके ही उसके साथ रहा.टीवी देखा और तमाम बातें की.
बातें करते करते उसने पूछा क्या तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है तो मैने नहीं कहा.कहा केमुझे लड़कियों में इंटेरेस्ट नहीं है.ये सब कैसे मेरे मुँह से निकल रहा था मुझे खुद हैरानी हो रही थी, जबकि मैं लड़की को देखते ही सेक्स करने की सोचता था.उसे अचरज लगा और पूछा क्यूँ तो मेरे मुँह से निकल गया मालूम नहीं एप्र मुझे तुम बहुत अकचे लगते हो और मैं उससे गले लग्के चिपक गया.उसने भी मुझे गले लगा लिया और फिर मैने कहा मुझे प्लीज़ प्यार करो जैसा रोज रात को चुपके चुपके करते हो..आज मुझे सारे होश में करो.मुझे बहुत अक्चा लगता है. तो उसने कहा अच्छा बेबी तो तुम्हें मालूम हो ही गया के मैं तुम्हें रात को कैसा प्यार करता हूँ.ई लोवे योउ टू..! फिर उसने मिझे किस किया और मैं भी उसे किस करने लगा..लोंग टंग-फ्रेंच किस. फिर हम दोनो तुरंत ही आग हो गये और उसके सारे कपड़े खुद ही उतार दिए.मैने उसक्ेनीप्पले स को चूसा,सक किया,बीते किया जैसा उसने मेरे साथ किया था.फिर मैं उसके चेस्ट से होते हुए नीचे नेवेल का फ़हुँचके उसके लंड को हाथ में ले लिया. फिर उसे अपने मुँह में आइस क्रीम की तरह चूसने लगा..और मेरे चहेरे को और लंड से प्रेस कर रहा था.मैं और उसके लॅंड को चबाने लगा और उसने जल्द ही मेरे मुँह में ही कम कर दिया.और मैने भी उससे सीखते हुए उसका भी सारा सीमेन गतक लिया.वो बहुत अक्चा लगा..मीठा मीठा..और फिर उसने मुझे मुझे 69 पोज़िशन में किया और फिर श्रु हो गया लंड चूसने का ग़मे. बहुत देर तक हम दोनो एक दूसरे का लंड चूस्टे रहे..और साथ में गाण्ड में उंगली करते रहे…और फिर गाण्ड भी चटा..उसने मुझे अपने गाण्ड में उंगले नहीं करने दी..कहा मैं तुम्हारा वॉर्डन हूँ..मास्टर हूँ..और तुम मेरे बेबी हो.सो मेरा हक़ तुम्हारे गाण्ड पर..तुम्हारा नहीं मेरे गाण्ड पर..समझे..और मैने उसकी बात मान ली. फिर उसने मुझे डॉगी स्टाइल में किया और मेरे गाण्ड में वॅसलीन लगाके उसने एक ही झटके में अपना लंड मेरे गाण्ड में डाल दिया.मैं चिल्ला पड़ा…फिर मैने और ज़ोर से मरो मेरे गाण्ड को..फाड़ दो मेरे गाण्ड ह…..!
और वो भी पूरी ताक़त से मेरे गाण्ड को मारने लगा…वो एक हात्से मेरे लंड को फोंडल कर रहा था और मेरा लंड ताना जा रहा तमैन भी उसका साथ देने लग गया. और फिर उसने एक तडगा झतका देते हुए मेरे उपर लेट गया और उसका सारा गर्अ म लावा मेरी सेक्स होल में बहा ज़रा था.मैं भी उसके साथ कम कर गया और मुझे एक गहरी खुशी मिली. फिर हम दोनो ने बाकी रात यैयसे ही और सेक्स किया.उस रात उसने मुझे 4-5 बार छोड़ा और मैं पूरी तरह से फॅट चुका था.उसने मेरी गाण्ड को इतना फाड़ दिया था..और मेरे निपल्स को बीते किया और मेरे लंड को इतना चूसा के अगले दिन भर मैं नंगे ही रूम में पड़ा रहा..कहीं बाहर ही ना नकला..उस ने दीं में सोफ़ रोमॅन्स किया..हल्का हल्का सा..किस और सक करते हुए..जो मेरे दर्द को और कम कर रहा था.मैं उसका पूरी तरह से हो चुका था और जो वो कहता तमैन वही करता था…क्लास श्रु होने में 2-3 दिन और बचे हुए थे..सो हम दोनो ने मौके का फयडा उठाते हुए खूब सेक्स किया..उसने मुझे हर तरह से छोड़ा..और मैने भी खूब उसे ख़्श्ी दी और खुशी ली.मैं अब गाण्ड मरवाने का अडिक्ट हो चुका था..और दिन में रात में बिना चुडवाए चैन नहीं मिलता था.क्लास शुरू होने वेल थे और उसने मुझे प्रॉमिस लिया जब उसे ज़रूरत होगी,मैं उसे अपना गाण्ड दूँगा. उसने कहा बेबी..ई लोवे योउ…तुम जैसा गान्डू मुझे जिंदगी में में नहीं मिलेगा..!और जब तक मैं वहाँ रहा काँसे कम हफ्ते में 2-3 दिन ज़रूर मेरी रात उसके साथ बीट्टी थी..वो मुझे खूब छोड़ता था और उसने मेरा होस्टेल फी फ्री कर दिया. और आज भी मैं उस दिन को याद करता हूँ..