पारिवारिक सेक्स कहानी एक गे रिश्तेदार से चुदाई की: 1
पारिवारिक सेक्स कहानी: दोस्तो पहले तो आप सब से माफी की मई काफी दिनो के बाद अपनी कहानी लिख रहा हु। मेरी पिछली कहानी गे साइट पर मिले अंकल ने गांड चोद दी को आप सबने बोहत प्यार दिया। काफी लोगो ने नंबर मांगे काफी लोगो ने comments किए पर जो हुआ जैसे हुआ मैंने बताया चाहे किसिकों कुछ भी लगे।
ये मेरी एक नयी कहानी है की कैसे मुझे मेरे एक दूर के रिश्तेदार ने 3 दिन चोदा अपने फार्म हाउस मे।
चलिये सीधे कहानी पे आते है, मुझे उन अंकल से चुद केआर काफी लत लग चुकी थी पर मेरा मन अब कुछ संतुष्ट नहीं हो रहा था। मे ये सोच रहा था की एक ही ल्ंड से कब टीके चूदता रहूँगा। पर बहुत कोशिश करने के बावजूत मुझे कामियाबी हासिल नहीं हुई।
एक दिन हमारे गाव मे एक पुजा दिस तो सब घर वालो ने जाने का निश्चय किया और मुझे भी जाना पड़ा, मे वैसे भी मायूस होगया था की अब क्या करूंगा क्योकि गाव मे न लाइट थी न ढंग से नेटवर्क मिलता था। हम गाव के लिए निकले मेरी चुटिया थी तो कोई प्रोब्लेम नहीं था मुझे क्योकि पुजा पूरे 7 दिन की थी।
हम घर से गाव पाहुच गए तो वह मेरे सारे रिश्तेदार आए थे। मे जब छोटा था तब अपने गाव गया था इसीलिए मे ज्यादा लोगो को पहचानता नहीं था। लेकिन धीरे धीरे सबसे पहचान हुई। वाहा मेरे एक अंकल आए थे जो की मेरे पिताजी की चाचा के लड़के थे, उनका वही पे 40km दूर एक फ़ार्महाउस था।
हम सब भाई बहन खेल रहे थे अँड पुजा भी चल रही थी ऐसे ही 7 दिन निकाल गए और मे ल्ंड लेने को बेताब हो रहा था। फिर जिस दिन हम वापिस जाने के लिए निकले तो अंकल ने मेरे पिताजी से कहा की भैया मे इसे कुछ दिन अपने साथ ले जाता हु मुझे फ़ार्महाउस पे थोड़ा काम हे और इसकी भी छुट्टीय है तो ये एंजॉय कर लेंगा वाहा, तब तक भी मुझे उनके इरादे सब सही लग रहे थे।
पिताजी ने भी कहा ठीक है वैसे भी घर पर अकेला ही रेहता है तो चला जाऊ।
वैसे मेरे अंकल के बारे मे बता दू उनकी उम्र 48 की है और उनके लौंद की मोटाई 3 इंच है और लंबाई 8 इंच है ये सब मुझे उनसे चुदने के बाद पता चला। तो हम उनके फ़ार्महाउस पे जाने के लिए निकले उनकी गाड़ी से।
मुझे वो गाड़ी मे बैठ बैठे तिरछी निघहों से देख रहे थे जो मुझे पता चल गया लेकिन मैंने इग्नोर किया उस बात को, लेकिन उनके मन मे कुछ और ही था, उन्होने एक दारू की दुकान पर गाड़ी रोकी अपने लिए कुछ लिया और मेडिकल पे भी गए थे कोंडोम लेने जो बाद मे पता चला मुझे।
उनके फ़ार्महाउस पाहुचे तो अंदर से वो काफी अच्छा था। ऐसा लग रहा था की किसी मेहल मे आगाए है। उनके फ़ार्महाउस पर स्विमिंग पूल था बड़ा सा टीवी फुल्ल अललीशान घर था। मुझे काफी अच्छा लगा अंकल ने बोला तुम आराम कर लो थोड़ी देर फिर कोई मूवी देखेंगे मे भी खुश था की यार बड़ी रॉयल तरीकेसे रेह रहा हु मे।
शाम हुई तो हमने खाना खाया और फिर अंकल के घर पर जो नौकर काम करते थे वो घर चले गए, अंकल बोले वो थोड़ी देर मे आएंगे और मे तब तक कोई मूवी देख सकता हु।
मे भी सोफ़े पर बैठ कर मूवी देख रहा था। ऐसे ही 1 घंटा होगया पर मुझे अकेले बोर हो रहा था, तो मे टहलने निकाल गया बाहेर तो मुझे कुछ आवाज़ सुनाई दे रही थी पूल के बाजू से, जिज्ञासावश मे देखने गया तो वाहा अंकल बैठ केआर मस्त दारू पी रहे थे और मोबाइल पे कोई सा विडियो देख रहे थे।
जब मे थोड़ा करीब गया तो पता चला की वो चुदाई की विडियो देख रहे है दारू पीते पीते और ल्ंड को पैंट के ऊपर से मसल रहे थे।
जैसे बाकी किसी नॉर्मल लड़के ने ये देखा होता तो आशयरचकित होता लेकिन मुझे लग रहा था की मेरी लॉटरी लग गयी है अब बस फर्क ये था की चाचाजी स्ट्रेट पॉर्न देख रहे थे मुझे लगा की थोड़ी मेहनत कर्णी पड़ेगी उनके लिए ताकि वो एम2एम यानि की गे टॉप बन जाए मेरे लिए।
तो मैंने अपना दिमाग लगाना शुरू केआर दिये बजे मई ही स्विमिंग पूल था तो मैंने अपने जल्दी से पूल के अंदर चला गया जैसे ही आवाज हुई अंकल चौंक गए और पीछे देखे तो उनको मे दिखा पूल के अंदर।
अंकल ने कहा की कपड़े पहने कर क़ गए पानी के अंदर पर जैसा मैंने सोचा था कपड़े गीले होने के कारण वो मेरे शरीर से चिपक गए थे जिससे मेरे बॉडी का शेप उभर के दिख रहा था असपे अंकल का ध्यान मेरे शरीर पे था और दारू का नशा चढ़ रहा था।
मैंने अंकल से कहा की क्या देख रहे हो आपको भी आना है क्या पूल मे तो उन्होने भी हा कहा लेकिन फरक सिर्फ इतना था की अंकल कपड़े उतार रहे थे और उनकी बॉडी के क्या कहने छाती पे बाल ही बाल थे पूरा शरीर भालू की तरह था, जैसे ही वो अंदर आए मेरे साथ मस्ती करने लगे।
लेकिन वो आगे बढ़ नहीं रहे थे, फिर मैंने उनसे कहा की अंकल मुझे स्विमिंग सिखाओ तो उन्होने मुझे कमर से पकड़ा और कहा की आगे बधू हाथ चलाऊ तो मैंने भी चालाकी से अपना हाथ उनके उंडेर्वेयर पे चलना शुरू कर दिया पता नहीं क्या हुआ उन्होने मुझे कहा की वो बाहेर जा रहे हे और मुझे कहा की जल्दी से मे भी अंदर जाऊ।
मुझे दर लगा की काही अंकल को मेरी ये हरकत पसंद आई है या नहीं। अंकल ने फिर अपनी बॉटल खतम की और 30 min के बाद अंदर आए तो वो सिर्फ उंडेर्वेयर मे थे जिसमे से उनका ल्ंड साफ दिख रहा था
उन्होने मेरे पास आकर मुझे घूर कर देखा और कहा की तू गे हेना मे चौक गया और कहा की नहीं अंकल तो वो गाली गलोच करने लगे बोले की साले तेरी चल चलन वाइसेही हे मेरे भैया का बेटा ल्ंड लेता हे दूसरे मर्दो का।
पारिवारिक सेक्स कहानी एक मज़ेदार गे चुदाई की
मुझे भी थोड़ा गुस्सा आया मैंने कहा की आप थोड़ा तमीज़ से बात कीजिये लेककिन इंसान दारू के नशे मे था, उन्होने मुझे ज़ोर से एक थप्पड़ जड़ा मेरे होश उड गए मैं रोने लगा और कहा मुझे घर जाना हे तो बोले तुझे जन्नत भेज देता हु।
मे इसके पहले कुछ समझु उन्होने अपना ल्ंड मेरे सामने खोला जो देख केआर मेरे तोते उद गए काफी बड़ा और बलशाली ल्ंड था। मैंने कहा की अंकल मे ये सब नहीं कर्ता तो उन्होने कहा की अब शुरू कर दे आजसे।
मे माना कर रहा था तब तक तीसरा थप्पड़ आया तो मैंने रोते रोते उनका ल्ंड मुह मे ले लिया काफी बड़ा होने के कारण वो मेरे मुह मे जा नहीं रहा था, लेकिन अंकल जबर्दस्ती घुसा रहे थे। मेरे लिए एक नया एहसास था की कोई जबर्दस्ती सेक्स करना चाहता हे और गांड मारना चाहता हे।
आगे अगले पार्ट में…